भारतीय इतिहास के प्रमुख युद्ध - Itihas Ke Prasidh Yudh

भारतबर्ष के इतिहास में सत्ता हथियाने के लिए कई युद्ध (Itihas Ke Prasidh Yudh) हुए। उन युद्ध में एक पक्ष को पराजय तथा एक को जीत मिलती थी। कई युद्धों में तो संधि करनी पड़ती थी। ये युद्ध मानव जीवन की शुरुआत से ही आरंभ हो गए थे और भारत के आजाद होने तक किसी न किसी रूप में चलते रहे, इन युद्धों में शक्तिशाली लोग अपना प्रभुत्व स्थापित करने के कुछ भी कर गुजरते थे। इन युद्धों में अत्यधिक नरसंहार होता था। ऐतिहासिक दृष्टि से प्राचीन काल का भारतीय युद्ध "महाभारत" सबसे बड़ा युद्ध माना जाता है। इसमें भीषण नरसंहार हुआ था।

इतिहास के प्रमुख एवं प्रसिद्ध युद्ध

Itihas Ke Prasidh Yudh

भारतीय इतिहास के प्रमुख एवं प्रसिद्ध युद्ध के बारे में विवरण इस प्रकार है

युद्ध बर्ष विवरण/जानकारी
हाइडेरपीज (झेलम) का युद्ध 327-326 ई. पू. सिकन्दर ने पोरस को हराया।
कलिंग का युद्ध 216 ई. पू. अशोक मौर्य ने कलिंग के शासक को हराया। भारी रक्तपात के कारण अशोक ने युद्ध त्यागकर बौद्ध धर्म को स्वीकार कर लिया।
थानेश्वर का युद्ध 1014 ई. महमूद गजनवी ने थानेश्वर के शासक अनंगपाल को हराया। कई मन्दिर नष्ट किये व हजारों गुलामों को अपने साथ ले गया।
तराईन का द्वितीय युद्ध 1192 ई. मोहम्मद गौरी ने पृथ्वीराज चौहान को हराया तथा भारत में मुस्लिम शासन की नींव डाली।
पानीपत का प्रथम युद्ध 1526 ई. बाबर ने दिल्ली के सुल्तान इब्राहीम लोदी को हराकर भारत में मुगल शासन की नींव डाली।
खानवा का युद्ध 1527 ई. बाबर ने मेवाड़ के शासक राणा सांगा को हराकर राजपूतों की चुनौती को समाप्त किया।
पानीपत के द्वितीय युद्ध 1556 ई. अकबर के सेनापति बैरम खान ने मोहम्मदशाह आदिल के सेनापति हेमू को हराकर पुनः भारत में मुगल शासन की स्थापना की।
तालीकोटा का युद्ध 1565 ई. अहमदनगर, गोलकुण्डा तथा बीदर के शासकों ने संयुक्त रूप से विजयनगर के शासक रामराजा को हराकर दक्षिण के महान हिन्दू राज्य का पतन किया।
हल्दी घाटी का युद्ध 1576 ई. मुगल सेनाओं ने, जिसका नेतृत्व मानसिंह ने किया, मेवाड़ के शासक राणा प्रताप को पराजित किया।
नादिरशाह ने 1739 ई. मुगल सेनाओं को हराकर दिल्ली में कत्लेआम और लूटमार की एव वीरान बना दिया।
प्लासी का युद्ध 1767 ई. लार्ड क्लाइव ने अंग्रेजों का नेतृत्व करते हुए बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला को हराकर भारत में अंग्रेजी शासन की नींव डाली।
वांडीवाश का युद्ध 1760 ई. अंग्रेजों ने फ्रांस के भारतीय गवर्नर को हराकर भारत में फ्रांसीसियों की चुनौती को प्रायः समाप्त कर दिया।
पानीपत का तीसरा युद्ध 1761 ई. अहमदशाह अब्दाली ने मराठों को हराकर और उनकी शक्ति को क्षीण करके अंग्रेजों के लिए रास्ता साफ कर दिया।
बक्सर का युद्ध 1784 ई. सर मुनरो के नेतृत्व में अंग्रेजों ने अवध के नवाब सिराजुद्दौला, मीरकासिम व शाह आलम द्वितीय की सेना को हराकर ब्रिटिश शासन की नींव मजबूत की।
चतुर्थ आंग्ल-मैसूर युद्ध 1799 ई. में लार्ड वैलेजली के नेतृत्व में ब्रिटिश सेनाओं ने टीपू सुल्तान को हराया एवं ब्रिटिश शासन को मजबूत किया।
तृतीय आंग्ल-मराठा युद्ध 1817-1818 ई. में ब्रिटिश सेनाओं ने प्रमुख मराठा शासकों को हराकर भारत में अपने लिये मैदान साफ किया।
चिलयानवाला का युद्ध 1848-49 ई. ब्रिटिश सेनाओं ने शेरसिंह के नेतृत्व में सिक्खों को हराया तथा पंजाब पर शासन स्थापित किया।

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